tag:blogger.com,1999:blog-55637002243704607702024-03-13T04:12:07.507-07:00बोल कि लब आजाद हैं तेरेकृति (Kriti)http://www.blogger.com/profile/17094841965191520947noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5563700224370460770.post-40437272618110146482010-04-10T11:54:00.001-07:002010-04-10T11:54:28.893-07:00पढना-लिखना सीखो<span class="Apple-style-span" style="color: #333333; font-family: arial, helvetica, 'times New Roman'; font-size: 14px; line-height: 22px;">पढना-लिखना सीखो ओ मेहनत करने वालो<br />
पढना-लिखना सीखो ओ भूख से मरने वालो<br />
<br />
क ख ग घ को पहचानो<br />
अलिफ को पढना सीखो,<br />
अ आ इ ई को हथियार<br />
बनाकर लडना सीखो<br />
<br />
ओ सडक बनाने वालो, ओ भवन उठाने वालो<br />
खुद अपनी किस्मत का फैसला अगर तुम्हें करना है<br />
ओ बोझा ढोने वालो, ओ रेल चलाने वालो<br />
अगर देश की बागडोर को कब्जे में करना है<br />
<br />
क ख ग घ को पहचानो<br />
अलिफ को पढना सीखो,<br />
अ आ इ ई को हथियार<br />
बनाकर लडना सीखो<br />
<br />
पूछो मजदूरी की खातिर लोग भटकते क्यों हैं?<br />
पढो, तुम्हारी सूखी रोटी गिद्ध लपकते क्यों हैं?<br />
पूछो, मां-बहनों पर यों बदमाश झपटते क्यों हैं?<br />
पढो, तुम्हारी मेहनत का फल सेठ गटकते क्यों हैं?<br />
<br />
पढो, लिखा है दीवारों पर महनतकश का नारा<br />
पढो, पोस्टर क्या कहता है, वो भी दोस्त तुम्हारा<br />
पढो, अगर अंधे विश्वासों से पाना छुटकारा<br />
पढो, किताबें कहती हैं- सारा संसार तुम्हारा<br />
पढो, कि हर मेहनतकश को उसका हक दिलवाना है<br />
पढो, अगर इस देश को अपने ढंग से चलवाना है<br />
<br />
क ख ग घ को पहचानो<br />
अलिफ को पढना सीखो,<br />
अ आ इ ई को हथियार<br />
बनाकर लडना सीखो<br />
<br />
-सफदर हाशमी</span>कृति (Kriti)http://www.blogger.com/profile/17094841965191520947noreply@blogger.com10